Azad Hind Fauj(General Shahnawaz Khan)
लाल किले पर पहला तिरंगा फहराने वाले आजाद हिंद फौज के क्रांतिकारी जनरल शहनवाज़ खान 9 दिसंबर 1983 को वफ़ात हुई।
1943 में सुभाष चंद्र बोष के आज़ाद हिन्द फौज में शामिल हुए जिसकी वजह से उन्हें अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर के उनपर देशद्रोह का मुक़दमा चलाया और लाल किले में उनका कोर्ट मार्शल करके कैद कर दिया गया। जब देश आजाद हुआ तो शहनवाज़ खान ने ही दिल्ली के लाल किले पर से ब्रिटिश झंडा उतारकर फेंका और तिरंगा फहरा दिया।
शाहनवाज ख़ान ने मशहूर बॉलीवुड एक्टर शाहरूख खान की मां को गोद लिया था, इनका घर परिवार रावलपिंडी में ही था इसलिए बंटवारे के बाद इनका आधा परिवार वंही रह गया लेकिन शहनवाज खान अपना परिवार छोड़कर हिन्दोस्तान में ही रहना पसंद किया उनका एक बेटा उनके साथ रहा। और आखरी सांस तक यही रहे इसी मिट्टी में दफ़न हो गए उनकी वफ़ात के बाद उन्हें जामा मस्ज़िद के पास क़ब्रिस्तान में दफ़नाया गया।
Revolutionary General Shahnawaz Khan of Azad Hind Fauj, who hoisted the first tricolor at the Red Fort, died on 9 December 1983.
In 1943 he joined the Azad Hind Fauj of Subhash Chandra Bosh, due to which he was arrested by the British and tried for treason and was imprisoned by court martial in the Red Fort. When the country became independent, it was Shahnawaz Khan who took down the British flag from Delhi's Red Fort and hoisted the tricolor.
Shahnawaz Khan had adopted the mother of famous Bollywood actor Shahrukh Khan, his family was in Rawalpindi, so after the partition, half of his family remained there, but Shahnawaz Khan left his family and chose to live in India, his one son stayed with him. . And he remained buried in this soil till his last breath, after his death he was buried in the graveyard near Jama Masjid.
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