कभी एक डॉलर 57 रुपये का हुआ था, हंगामा मच गया, अब डॉलर 78.97 रुपये का हो गया ......
कभी एक डॉलर 57 रुपये का हुआ था, हंगामा मच गया था। बताया गया कि भारत की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। आज एक डॉलर 78.97 रुपये का हो गया। क्या लोग ज़्यादा समझदार हो गए हैं या आर्थिक संकट को उन्होंने सोचने की थाली से बाहर कर दिया है। क्या वाक़ई ये बेफ़िक्री का वक्त है? आर्थिक संकट बादल फटने की तरह नहीं आता। वह आने से पहले समाज के भीतर पसर चुका होता है और फिर एक दिन हमला करता है। मुमकिन है ऐसा कुछ न हो लेकिन क्या यह भी मुमकिन है कि कुछ भी न हो।