बीजेपी BJP नेता के छत पर रखा पत्थर ड्रोन कैमरा में कैद, ठीक मस्जिद के सामने ही….

 


पुलिस की तरफ से सुरक्षा के इंतजाम को लेकर चलाए गए ड्रोन कैमरे में बीजेपी नेता के घर के छत की तस्वीर चर्चा का विषय बनी हुई है अखबार छपी खबर के अनुसार गोंडा शहर के चौक बाजार में मस्जिद के ठीक सामने छत पर ड्रोन कैमरे की तस्वीर कैद हुई जिसमें शहर के माहौल खराब करने के लिए रखी जाने वाली किसी भी अनहोनी साजिश का पोल खोल रही है ।

अखबार के अनुसार 10 जून को जुम्मा के नमाज के बाद पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में शहर में एक जुलूस निकालने की अफवाह फैलाई गई थी जिसकी वजह से जिला के अधिकारियों ने सख्त सिक्योरिटी का इंतजाम किए थे खुद एसपी संतोष कुमार मिश्रा लगातार शहर भर में दौरे कर रहे थे मस्जिद के आसपास बड़ी फोर्स तैनात की गई थी साथ ही ड्रोन कैमरे से भी जुमा की नमाज की रिकॉर्डिंग कराई जा रही थी।

जुम्मा की नमाज के बाद जब किसी भी किस्म का कोई जरूरत नहीं निकला और हर तरफ शांति का माहौल नजर आने लगा तो पुलिस की मीडिया सेल की तरफ से तस्वीरें सोशल प्लेटफॉर्म से पोस्ट करना शुरू कर दी जिनमें ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीरे भी शामिल थी उसी में एक तस्वीर ऐसी भी सामने आए जो मस्जिद के सामने ठीक मकान की छत पर एक पत्थर के ढेर दिखाई दे रहे थे फौरन लोगों ने उसके मालिक के बारे में जांच-पड़ताल शुरू कर दी।
जब सच्चाई सामने आई कि लोग जानकर हैरान रह गए यह छत किसी आम आदमी का नहीं बल्कि बीजेपी लीडर वार्ड मेंबर आशीष मदनलाल की है जिस पर ढेर सारे पत्थर जमा करके रखे गए हैं लोग सवाल उठा रहे हैं आखिर छत पर ही पत्थर क्यों रखे गए ये भी बता दें कि फैलाई गई अफवाह के अनुसार जुलूस का रास्ता जो तय था डिप्टी मस्जिद से महाराजगंज जाते हुए तमन्दार मस्जिद चौक से अब्दुल हमीद चौक के रास्ते से फैजाबाद रोड से जाकर छावनी मस्जिद तक जाना था।
माना जा रहा है कि अगर ये जुलूस निकाला जाता तो यहां से पत्थरबाजी हो सकती थी जिससे माहौल एक बार बिगड़ सकता था। अखबार के अनुसार जब इस बारे में जानकरी के लिये एसपी के नंबर पर फोन किया गया तो उन्होंने एक घंटी बजने के बाद फोन काट दिया, जबकि कोतवाल शहर पंकज कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी मुझे मालूम नहीं है फिर भी इसकी जांच की जाएगी।

Comments

Popular posts from this blog

अयोध्या का सच या मुसलमानो का पर्दाफाश

मोदी जी का मास्टर स्ट्रोक

गजहड़ा ब्लॉक अवैध निर्माण