ईरानी संसद ने आधिकारिक तौर पर होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने की मंजूरी दे दी, जिससे तेल मार्गों तक पहुंच अवरुद्ध हो गई।
अगर ईरान ने Strait of Hormuz (हॉर्मुज़ की खाड़ी) को बंद कर दिया है, तो इसका असर पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था, ऊर्जा आपूर्ति और अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर बहुत गंभीर होगा। नीचे सरल हिंदी में पूरी जानकारी दी गई है:
🌍 हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) क्या है?
यह एक संकरा समुद्री रास्ता है जो पर्शियन गल्फ (खाड़ी देशों) को अरब सागर और फिर दुनिया से जोड़ता है।
यहीं से सऊदी अरब, ईरान, इराक, कुवैत, UAE जैसे देशों का तेल और गैस टैंकरों के जरिए पूरी दुनिया में जाता है।
📉 बंद होने से दुनिया को क्या नुकसान होगा?
1. तेल और गैस की भारी कमी
दुनिया में रोज़ाना जितना कच्चा तेल चलता है, उसका 20% (लगभग 2 करोड़ बैरल रोज) हॉर्मुज़ से होकर गुजरता है।
जैसे ही यह बंद होगा, तेल और गैस की सप्लाई में रुकावट आ जाएगी।
नतीजा: तेल के दाम आसमान छूने लगेंगे।
2. भारत और चीन जैसे देशों पर बड़ा असर
भारत अपनी जरूरत का 85% तेल आयात करता है और उसमें से बहुत बड़ा हिस्सा खाड़ी देशों से आता है।
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे एशियाई देशों पर भी बड़ा असर होगा।
3. महंगाई बढ़ेगी (Inflation)
तेल महंगा होने का असर ट्रांसपोर्ट, खाद्य पदार्थ, बिजली, निर्माण जैसी हर चीज़ पर होगा।
इससे दुनियाभर में महंगाई बढ़ेगी, खासकर विकासशील देशों में।
4. वैश्विक मंदी का खतरा
कच्चा तेल महंगा होते ही व्यापार लागत बढ़ती है।
अगर ये हालात लंबे समय तक चले, तो दुनिया की अर्थव्यवस्था स्लोडाउन में जा सकती है या Global Recession आ सकता है।
5. सैन्य तनाव बढ़ सकता है
अमेरिका, यूरोप, सऊदी अरब जैसे देश इसे सुरक्षा संकट मान सकते हैं।
समुद्र में सैन्य टकराव, युद्ध या संघर्ष का खतरा बढ़ जाएगा।
6. ऊर्जा संकट (Energy Crisis)
यूरोप पहले ही रूस से गैस नहीं ले पा रहा है।
अब अगर खाड़ी का रास्ता भी बंद हो गया, तो दुनिया गंभीर ऊर्जा संकट में फंस सकती है।
हॉर्मुज़ की खाड़ी का बंद होना सिर्फ एक समुद्री रास्ता बंद होना नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए तेल संकट, महंगाई, मंदी और युद्ध की आहट है। भारत जैसे देशों को सबसे पहले और सबसे ज़्यादा झटका लगेगा।