आ रही है उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के बड़हलगंज गोरखपुर से। भ्रष्टाचारियों को जानती है चिल्लूपार की जनता विधायक राजेश त्रिपाठी चिल्लूपार की जनता भ्रष्टाचारियों को जानती है चिल्लूपार में व्याप्त भ्रष्टाचार जनता से छिपा नहीं है।
चाहे वो पीजी कॉलेज हो, लॉ कॉलेज हो, बिकॉम, एमकॉम कॉलेज की दुकान या फार्महाउस में हुए भ्रष्टाचार सभी जनता के सामने है, जिसकी जांच गवर्नर द्वारा कराई जा रही है। अब विरोधी मेरी व मेरे पुत्र मानस के हत्या की साजिश रच रहे हैं, जिसके लिए सरकार ने मेरी सुरक्षा बढ़ाई है।
ये बातें विधायक राजेश त्रिपाठी ने कही। वे कस्बे के अंबेडकर तिराहे पर अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष देर शाम ओपेन प्रेस मीट आम के साथ खास बात कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। कहा कि बड़हलगंज पी जी कॉलेज में बड़े पैमाने पर।
चल रहे भ्रष्टाचार, बिल्डिंग घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, उक्ग फंड घोटाला, जमीन घोटाला आदि की शिकायत राज्यपाल और शिक्षा मंत्रालय को जांच के लिए पत्र लिखकर दिया जीस पर राजभवन।
लखनऊ ने टीम गठित कर जांच कराकर कहा कि पिछले 25 साल से पीजी कॉलेज में ऑडिट नहीं कराया गया है। सबसे बड़ा घोटाला एक बिल्डिंग पर 14 विषयों की मान्यता लेकर की गई है।
उन्होंने बताया कि 1985 से लेकर अब तक 10 ग्राम पंचायतों में 168 एकर जमीन को कुटरचित तरीके से लालच देकर कॉलेज के नाम करा लिया गया है। बस स्टेशन और आसपास में जो दुकानें बनी है वह जमीन कभी भी कॉलेज के नाम नहीं थी। वह जमीन।
अट्ठावां पोखरा भीताग्राम समाज और बेलियां के एक निगम परिवार के नाम रही है। विधायक ने कहा कि मुझे शिखंडी बताने वालों को पता होना चाहिए कि शिखंडी पांडव समाज का।दुर्योधन समाज का नहीं, मेरे साथ कन्हैया व पांडव की टीम बैठी है इसलिए मुझे कोई डर नहीं है। लोकायुक्त जांच में मुझे बर्खास्त नहीं किया गया था, बल्कि मैंने त्यागपत्र दिया था।
अगर विश्वास नहीं हो तो जांच करा कर देख लो।
कोई बात नहीं कर रहा है आप के साथ ऐसा ही है की समितियों के साथ हम लोग पूरे फल पे जाते।
यहाँ के जो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और के विधायक रहे विनेश तिवारी वो यहाँ पे यूरोप निकाल रहे थे और ये कह रहे थे की और हम बाइजेट पर ही हो गए तो हमने जजेस जजमेंट की काफी निकाल के अपने मीडिया को दिया है।
जमानत दी गई और दूसरा ये झूठ बोल रहा है। दूसरी बात ये कि छोटे मियाँ तो छठे मियाँ बड़े मियाँ सुभान है। छोटे महोदय जो है विनय शंकर तिवारी। वो ईडी और सीबीआइ के गिरफ्त में जेल में जेल गए थे और अभी बाहर आए हैं जमानत पर।
और उनके जो बड़े भाई हैं अमित शंकर तिवारी जो इंटर कॉलेज और डिग्री के प्रबंधक हैं। बवालगंज के उन्होंने 12 तरह के बिल्डिंग घोटाला, जमीन घोटाला, छात्र पीटी घोटाला, घोटाला घोटाला, विधायक दीदी घोटाला, दुकान के मकान बनाने का किरायेदार घोटाला।
एक तरह के जमीन घोटाला इस तरह के घोटालों की श्रृंखला लगाए हैं। पूरा का पूरा यह जो विद्यालय है यह एक लूट खसोट का अड्डा बन चुका है और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।
एक राजनैतिक दल का केवल केंद्र है। पढ़ाई लिखाई नहीं होती, केवल लूटने के क्लोज़ फैसले में हथकंडे अपनाए जाते हैं। इसी का खुलासा मैंने बकायदा किया। अच्छा आप वर्तमान में आप बी जे पी के विधायक हैं, ऐसे में आपकी सरकार है तो क्या आप?
शेष नेतृत्व तक बात पहुंचाया। देखिये वो लोग माफिया फैमिली के लोग रहे हैं। यह लोग जो दबंग लोग रहे हैं, बाहुबली लोग रहे हैं। इनके हस दलों में राजनैतिक दलों में हर सरकारों में इनकी कभी पैठ रहा करती थी। उसका असर पड़ता है। आदमी चोरी भी करता है तो बचाने के हर उपाय करता है।
मैंने प्रधानमंत्री पीएमओ कार्यालय को पत्र लिखा और मैंने गवर्नर को पत्र लिखा तभी जाकर के ये सारे घोटाले का पर्दाफाश हुआ। अभी क्या लगता है? जीस तरह? अरे लगातार इन पर रैली निकल रही है लगातार इस तरह ईव की कार्रवाई के बाद।
और देश से छूटने, बाजीगर, सम्मान, स्वागत आपके ऊपर लगातार आरोप लगा। यही तो मैं कहना चाह रहा हूँ कि आप कोई कारगिल का युद्ध जीत करके आप कोई संघ सेवा करके समाज सेवा करके नहीं आए हैं। आप कहीं जमीन को 12 बैंकरों से लोन ले करके लूट करके आप 1200 करोड़ के।
घोटाले में ईडी ने आपका अपने हिंदुस्तान का पैसा हवाला के माध्यम से विदेशों को भेजा है, दुबई को भेजा है, अपने होटल को भेजा है। आपके ऊपर अहमदाबाद से लेकर दिल्ली तक नॉएडा तक छापे पड़ रहे हैं तो आप कोई कोई दूध के धुले व्यक्ति नहीं है जो आप निकाल रहे हैं या अपनी अपनी।
को छिपाने की एक नापाक कोशिश है। हमने जनता को ये बताया है कि यह कोई पाक साफ होकर नहीं आए हैं बल्कि जमानत पे आए हैं और यह व्यक्ति यह पूरा परिवार केवल लूटना, खसौटना और भ्रष्टाचार के लिए ही राजनीति में है और राजदीप से बयान इसलिए चाहता है इनका भ्रष्टाचार जारी है।