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Showing posts from June, 2024

विदेश में पढ़ते हैं BJP नेताओं के बच्चे, इसलिये देश में पेपर लीक से उन्हें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता

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BJP सरकार में पेपर लीक होना अब आम बात हो गई है। परीक्षा में धांधली और पेपर लीक की बढ़ती घटनाओं ने होनहार बच्चों के भविष्य के सामने बहुत बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। मॉं-बाप अपना पेट काटकर बच्चों को पढ़ाते हैं ताकि वो कुछ बन सके, लेकिन BJP सरकार लाखों करोड़ों परिवारों के सपनों को एक झटके में कुचल देती है।  असल में BJP के नेताओं को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. BJP के अधिकांश नेताओं के बच्चों का तो विदेश में पढ़ाकर भविष्य सुरक्षित है, लेकिन वहीं देश के करोड़ों बच्चों का भविष्य पेपर लीक से बर्बाद कर दिया। आईये ! आपको बताते हैं BJP नेताओं के बच्चे कहाँ पढ़ते हैं - 👇👇 ▪️ शिवराज सिंह चौहान केन्द्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बेटे हैं। शिवराज सिंह चौहान के दोनों ही बेटों की पढ़ाई अमेरिका से हुई है। ▪️ वसुंधरा राजे सिंधिया BJP नेता और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत की पढ़ाई नौकटेल स्विट्ज़रलैंड से पूरी हुई है। ▪️ राजनाथ सिंह BJP नेता एवं केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह ने UK की लीड्स यूनिवर्सिटी से

दुनिया के इतिहास में अमेरिका पर टैक्स लगाने वाला पहला व्यक्ति मुसलमान था ?

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दुनिया के इतिहास में अमेरिका पर टैक्स लगाने वाला पहला व्यक्ति मुसलमान था ?  उनका नाम गाज़ी हसन पाशा था वो अल्जीरिया में 1714 में पैदा हुए और 1790 में वफ़ात पाई, उन्हे ‘शेर वाला पाशा’ के नाम से भी जाना जाता है, उस्मानिया सल्तनत के लिए उन्होंने बहुत से इंकलाबी काम किये थे जिनमे कुछ खास यहां नोट किये जा रहे हैं, उन्होने अपनी कम उम्री के दौर में ही एक स्पेनिश युद्धपोत पर कब्जा कर लिया और उस स्पेनिश जहाज के मालिक बने जिसने उनकी बहादुरी की कहानियों की नींव रखीउन्होने भूमध्य सागर में कई अमेरिकी युद्धपोतों पर कब्जा कर लिया और उन्हे डूबो दिया इसके साथ ही अमेरिका पर टैक्स लगाया, उस्मानिया सल्तनत पहला और एकमात्र ऐसा साम्राज्य था जिसने अमेरिका पर कर लगाया था, परेशान होकर अमेरिका ने उनके साथ त्रिपोली की संधि की नींव रखी, जो अमेरिकी इतिहास में विदेशी भाषा में लिखी गई पहली और एकमात्र संधि भी है, अमेरिका को इस संधि के लिए 642,000 तुर्क स्वर्ण सिक्के और प्रति वर्ष 12,000 स्वर्ण सिक्कों का भुगतान करना पड़ा, ग़ाज़ी हसन पाशा ने अल्जीयर्स में एक शेर को पालतू बनाया यह शेर दुश्मन के जहाजों पर चढ़