Posts

अयोध्या का सच या मुसलमानो का पर्दाफाश

Image
कहते हैं अयोध्या में राम जन्मे, वहीं खेले-कूदे, बड़े हुए, बनवास भेजे गये, लौटकर आये तो वहाँ राज भी किया। उनकी ज़िंदगी के हर पल को याद करने के लिए एक मंदिर बनाया गया। जहाँ खेले, वहाँ गुलेला मंदिर है। जहाँ पढ़ाई की, वहाँ वशिष्ठ मंदिर हैं। जहाँ बैठकर राज किया, वहाँ मंदिर है। जहाँ खाना खाया, वहाँ सीता रसोई है। जहाँ भरत रहे, वहाँ मंदिर है। हनुमान मंदिर है, कोप भवन है। सुमित्रा मंदिर है, दशरथ भवन है। ऐसे बीसियों मंदिर हैं, और इन सबकी उम्र 400-500 साल है। यानी ये मंदिर तब बने, जब हिंदुस्तान पर मुगल या मुसलमानों का राज रहा। अजीब है न! कैसे बनने दिये होंगे मुसलमानों ने ये मंदिर! उन्हें तो मंदिर तोड़ने के लिए याद किया जाता है। उनके रहते एक पूरा शहर मंदिरों में तब्दील होता रहा और उन्होंने कुछ नहीं किया! कैसे अताताई थे वे जो मंदिरों के लिए जमीन दे रहे थे! शायद वे लोग झूठे होंगे जो बताते हैं कि जहाँ गुलेला मंदिर बनना था, उसके लिए जमीन मुसलमान शासकों ने ही दी। दिगंबर अखाड़े में रखा वह दस्तावेज़ भी गलत ही होगा जिसमें लिखा है कि मुसलमान राजाओं ने मंदिरों के निर्माण के लिए 500 बीघा जमीन दी। न

ज़िले को दंगे से बचाने वाले एसएसपी प्रभाकर चौधरी को मिली सज़ा।

Image
कांवड़िए जिद पर अड़े थे कि मस्जिद के बाहर से ही DJ बजता हुआ जाएगा। मुस्लिमों को इस पर आपत्ति थी। ऐसे में पुलिस चाहती थी कि विवाद न बढ़े। कांवड़िए अपनी जिद लेकर धरने पर बैठ गए। फिर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। दरअसल कवड़िये तय रूट से अलग नए रास्ते पर जा रहे थे चलती ट्रेन में फायरिंग । एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि कुछ कांवड़िए नशे में थे, उनके पास कट्टा था। इतना कहने के बाद वह घर भी नहीं पहुंचे होंगे कि उनका ट्रांसफर कर दिया गया। पिछले 10 साल में उनका 21 बार ट्रांसफर हो चुका है प्रभाकर चौधरी 2010 बैच के IPS ऑफिसर हैं।* सिर्फ 10 साल की नौकरी में आज उनका 21वा ट्रांसफर हुआ है। मणिपुर क्यू जल रहा है!! WHY MANIPUR IS BURNING|Root cause of the Manipur Violence अधिकतम तैनाती 1 साल मेरठ रही। बाकी अन्य जिलों में 4–6 महीने से ज्यादा नहीं रहे। अधिकारियों–नेताओं का कभी दबाव नहीं माना। करप्शन को लेकर अपने पुलिसकर्मियों पर सबसे ज्यादा एक्शन लिए।    मेरठ में चोरी के वाहन कटान का सबसे बड़ा कमेला "सोतीगंज" IPS प्रभाकर चौधरी ने अपने बूते बंद कराया। खुद PM नरेंद्र मोदी ने तारीफ की थी। बु

एक छोटी सी नसीहत कलयुग के लड़को और लड़कियों के लिए

Image
एक नसीहत 👉ट्रेन में एक 18-19 वर्षीय खूबसूरत लड़की चढ़ी जिसका सामने वाली बर्थ पर रिजर्वेशन था .. उसके पापा उसे छोड़ने आये थे। . 👉अपनी सीट पर बैठ जाने के बाद उसने अपने पिता से कहा "डैडी आप जाइये अब, ट्रेन तो दस मिनट खड़ी रहेगी 👉यहाँ दस मिनट का स्टॉपेज है।" .उसके पिता ने उदासी भरे शब्दों के साथ कहा "कोई बात नहीं बेटा, 10 मिनट और तेरे साथ बिता लूँगा, अब तो तुम्हारे क्लासेज शुरू हो रहे हैं काफी दिन बाद आओगी तुम।" 👉लड़की शायद अध्ययन कर रही होगी, क्योंकि उम्र और वेशभूषा से विवाहित नहीं लग रही थी ।  👉ट्रेन चलने लगी तो उसने खिड़की से बाहर प्लेटफार्म पर खड़े पिता को हाथ हिलाकर बाय कहा :- 👉"बाय डैडी.... अरे ये क्या हुआ आपको !अरे नहीं प्लीज"पिता की आँखों में आंसू थे। 👉ट्रेन अपनी रफ्तार पकड़ती जा रही थी और पिता रुमाल से आंसू पोंछते हुए स्टेशन से बाहर जा रहे थे। 👉लड़की ने फोन लगाया.."हेलो मम्मी.. ये क्या है यार!जैसे ही ट्रेन स्टार्ट हुई, डैडी तो रोने लग गये.. 👉अब मैं नेक्स्ट टाइम कभी भी उनको सी-ऑफ के लिए नहीं कहूँगी भले अकेली आ जाउंगी ऑटो से..

एक सज्जन और बूट पॉलिश वाले की दिल छू जाने वाली कहानी

Image
एक सज्जन रेलवे स्टेशन पर बैठे गाड़ी की प्रतीक्षा कर रहे थे तभी जूते पॉलिश करने वाला एक लड़का आकर बोला~ ‘‘साहब! बूट पॉलिश कर दूँ ?’’ उसकी दयनीय सूरत देखकर उन्होंने अपने जूते आगे बढ़ा दिये, बोले- ‘‘लो, पर ठीक से चमकाना।’’ लड़के ने काम तो शुरू किया परंतु अन्य पॉलिशवालों की तरह उसमें स्फूर्ति नहीं थी। वे बोले~ ‘‘कैसे ढीले-ढीले काम करते हो? जल्दी-जल्दी हाथ चलाओ !’’  वह लड़का मौन रहा।  इतने में दूसरा लड़का आया। उसने इस लड़के को तुरंत अलग कर दिया और स्वयं फटाफट काम में जुट गया। पहले वाला गूँगे की तरह एक ओर खड़ा रहा। दूसरे ने जूते चमका दिये। ‘पैसे किसे देने हैं?’ इस पर विचार करते हुए उन्होंने जेब में हाथ डाला। उन्हें लगा कि ‘अब इन दोनों में पैसों के लिए झगड़ा या मारपीट होगी।’ फिर उन्होंने सोचा, ‘जिसने काम किया, उसे ही दाम मिलना चाहिए।’ इसलिए उन्होंने बाद में आनेवाले लड़के को पैसे दे दिये। उसने पैसे ले तो लिये परंतु पहले वाले लड़के की हथेली पर रख दिये। प्रेम से उसकी पीठ थपथपायी और चल दिया। वह आदमी विस्मित नेत्रों से देखता रहा। उसने लड़के को तुरंत वापस बुलाया और पूछा~  ‘‘यह क्या चक्कर है?’’ लड़का

वाह रे मेरे देश!! क्या सीमा के पास 5 देशों के पासपोर्ट है ?

Image
वाह रे मेरे देश!!  वाह !! 4 बच्चों की माँ ,एक मुस्लिम महिला पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत पहुँच जाती है , अपने से कई साल छोटे पब्जी वाले प्रेमी से मिलने !!जबकि जितना मुझे जानकारी है पब्जी 2020 में भारत मे बेन हो गया था ।। मीडिया और एक विशेष वर्ग उसको हीरो हीरोइन बना देता है ,वीरजारा की कहानी बना देता है !! सब एक ही भेड़ चाल में चल रहे है। पत्रकार दिन भर माइक ले कर हीरोइन का इंटरव्यू ले रहे है । पुलिस , खुफिया एजेंसी raw ,cbi ,, सीमा सुरक्षा वाले , बड़े बड़े अधिकारी , देशप्रेमी , लीडर कहाँ है,  ??  सीमा हैदर खुद को 5वी पास बताती है , पर्दे में रहने वाली महिला को इतना कॉन्फिडेंस कैसे की चार बच्चों को साथ मे ले कर चल दी?? इतनी देशों की सुरक्षा व्यवस्था को चकमा दे दिया एक साधारण महिला ने?? बताया जा रहा है कि पब्जी की शौकीन सीमा के पास 3 मोबाइल और कई सिम भी है ।आखिर 4 बच्चों कि माँ को इतना समय और जानकारी कैसे मिल जाती होगी ?? क्या सीमा के पास 5 देशों के पासपोर्ट है ??आखिर किस अमीर ख़ानदान और बिजनेस से सम्बंधित थी सीमा की उसके गयाब होने पर भी उसकी खोजबीन नहीं हुई?

Uniform Civil cod(UCC) क्या है उनसे मुसलमानो और हिंदुओं को क्या फायदे और क्या नुकसान है

Image
Uniform Civil code :- हम में से अक्सर लोगो को अभी भी यही लगता है कि सबको एक जैसे कपड़े पहनने होगे या साड़ी पहननी होगी या बुरका छोड़ना होगा। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नही है। यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी UCC को आम भाषा में समझना हो तो इतना समझिए कि सिविल यानी फैमिली मैटर में एक जैसा कानून जो हिंदू‚ मुस्लिम‚ सिख‚ ईसाई‚ जैन‚ पारसी सब पर लागू होगा। फिलहाल सबके अपने-अपने कानून चल रहे है। जैसे कि हम मुसलमान हैं। तो हम शरीयत से चल रहें हैं। हमारा अपना लॉ अलग है मुस्लिम पर्सनल लॉ.... इसी तरह हिंदू का अलग पारसी ईसाई का अलग है। फॉर एग्जांपल :- शरीयत मुस्लिम मर्दों को 4 शादी की इजाजत देती है। तो मर्द एक से ज्यादा शादी कर सकते हैं। जब कि हिंदू मे एक से ज्यादा शादी जायज नही हैं। दूसरा हिंदू मे लड़की को विरासत में बराबर का हिस्सा मिलता है। मुसलमान में लड़कों से आधा हिस्सा मिलता है। ऐसे कई मसले हैं जो एक धर्म का अलग दूसरे का अलग है। अब अगर UCC आता है तो सबको एक कानून फॉलो करना होगा। मर्द एक से ज्यादा शादी नही कर सकते। अपनी मर्जी से तलाक नहीं दे सकते। जायदाद में बराबर का हिस्सा ETC...

जामुन (Java Plum)

Image
असाढ़ की पहली बारिश होते ही बाग में जामुनी बादलों के फूल खिलने लगते हैं। पूरब की लाली धीरे- धीरे बहती पुरवैया के साथ कत्थई रंग में बदल जाती है, हवाओं का मीठापन जामुन के हरे पत्तों के बीच संघनित हो उठता है। पूरा वातावरण जामुनी गंध से मह मह करने लगता है। माटी का रंग जामुनी हो उठता है, जीभ का स्वाद जामुनी हो उठता है, आंखों में जामुनी रंग उतर आता है।  अहमदाबाद तनिक झकोरा चलने पर बरसात की झिर झिर के साथ जामुन बदबदा कर चूने लगते हैं, बरसात के बाद पत्तों पर रुके पानी की तरह डाल हिलाने पर ये फल झरने लगते हैं। बालक वृंद कमीज, फिराक, जेब, झोला जिसे जहां मिलता है समेटने में लग जाते हैं, रंगीन हो जाते हैं। मुंह में घुले रस से भरे इन फलों को खाते समय लगता है प्रकृति मां ने हमें कितना कुछ दिया है, कृतज्ञता से पेट के साथ हृदय भी भर आता है।  जामुन गहराए हुए बादलों वाली रात का स्वाद है, व्याकरण का शास्त्री तो नही पर मुझे लगता है कि जामुन शब्द की व्युत्पत्ति यामिनी से हुई होगी, भीगी हुई स्याह रात की रंगत वाला फल है जामुन, इस लिहाज से जामुन जमुना का कोई सहोदर लगता है।  ठेले पर सजे