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Showing posts from May, 2022

ज्ञानवापी मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष ने जारी किया एक नया वीडियो, जिसमें फव्वारे को लेकर…

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  Varansi : ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हर रोज एक नया वीडियो सामने आ रहा है आज मुस्लिम पक्ष की तरफ से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया है जिसमें ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर बताया जा रहा है कि वीडियो में नजर आने वाली पाइप जैसा ढांचा उस फव्वारे का हिस्सा है जिसे हिंदू पक्ष की तरफ से बताए जाने वाले शिवलिंग पर रखकर चलाया जाता है। पाइप की शक्ल के इस फव्वारे की वीडियो और तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, दावा किया जा रहा है कि इस पूरे ढांचे को उस वज़ू खाने में मौजूद काले पत्थर के ऊपर रख कर फव्वारे को चलाया जाता रहा है जिसके बीच में फव्वारे के बिल्कुल बीच में मौजूद बारीक पाइप लगाया गया था जिससे पानी निकलता था।

हिंदू महापंचायत के आयोजक की पत्नी का आरोप – पिता, भाई और दोस्त के साथ मिलकर 2 साल तक किया रेप (हिंदू महंत की संस्कृति)

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  हिंदू महापंचायत का आयोजन कर धर्म रक्षा की बात करने वाले प्रीत सिंह. हेट स्पीच मामले में जमानत पर बाहर हैं. लेकिन लगता है कि दोबारा अंदर जाने की नौबत आ गई है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि उनके ऊपर उनकी पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पत्नी का आरोप है कि प्रीत सिंह और अन्य लोगों ने दो सालों तक उसका रेप किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रीत सिंह की पत्नी ने अपना घर छोड़ा और पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई. यही नहीं, प्रीत सिंह की पत्नी का आरोप है कि 'दो सालों तक प्रीत सिंह, उसके पिता, भाई और कुछ दोस्तों ने उसका रेप किया.' महिला का कहना है कि वो ये सब और बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी, इसलिए मौका मिलते ही वो अपने बेटे को लेकर वहां से भाग निकली . रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला पहले अपने मायके पहुंची और वहां से उसने बेगमपुर थाने में जाकर अपने ससुरालवालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने उसके पति, सास, ससुर, देवर और पति के कई दोस्तों के खिलाफ, रेप, अप्राकृतिक सेक्स और चोट पहुंचाने से संबंधित IPC की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. हेट स्पीच मामले में मिली

UPSC Result: मुस्लिम उम्मीदवारों ने किया निराश; पिछले 10 सालों में सबसे ख़राब प्रदर्शन

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  UPSC MUslims Candidates list: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 (Civil Services 2021 Exam Result) के नतीजों का ऐलान कर दिया है. इसमें श्रुति शर्मा पहले स्थान पर रही जबकि अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया. आयोग ने बताया कि 508 पुरुष और 177 महिलाओं समेत कुल 685 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. 685 में से 244 सामान्य वर्ग से, 73 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से, 203 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से, 105 अनुसूचित जाति से, और 60 उम्मीदवार सामान्य वर्ग से हैं. 685 की सूची में इस बार सिर्फ 22 मुस्लिम उम्मीदवार 685 की सूची में इस बार सिर्फ 22 मुस्लिम उम्मीदवारों (Only 22 Muslim Candidates) ने जगह बनाई है. संख्या के लिहाज से देखा जाए तो अखिल भारतीय सिविल सेवा में मुस्लिमों की संख्या और भी कम होकर लगभग तीन प्रतिशत रह गई है. दुभाग्यपूर्ण यह भी है कि प्रथम 100 में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार अपनी जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सका है. यह पिछले एक दशक में मुस्लिम उम्मीदवारों का सबसे खराब प्रदर्शन है. पिछले साल 31 मुसलमानों ने यानी लगभग 4.07 प्रतिशत

नाभि के बारे में रोचक जानकारी :.... फर्स्ट टॉक इंडिया

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  नाभि के बारे में रोचक जानकारी : नाभि अल्लाह सुभानाहू वा ताआला की ओर से एक विशेष उपहार है। एक 62 वर्षीय व्यक्ति अपनी दाहिनी आंख से अच्छी तरह से नहीं देख सकता था - खासकर रात में। डॉक्टरों ने उसे बताया कि उसकी आंखों की रोशनी ठीक है। दिक्कत सिर्फ इतनी है कि आंखों को खून पहुंचाने वाली नसें सूख गई हैं। विज्ञान के अनुसार ईश्वर की रचना सबसे पहले मनुष्य में नाभि बनती है - जिसे बाद में कार्ड के जरिए मां से जोड़ा जाता है। और उस विशेष उपहार से जो कि एक छोटी सी बात लगती है - एक पूरा व्यक्ति एक खेत बन जाता है। सुभान अल्लाह नाभि में छेद है कमाल की चीज: विज्ञान के अनुसार नाभि का यह भाग मनुष्य की मृत्यु के बाद तीन घंटे तक गर्म रहता है- कारण बताया जाता है कि यहीं से शिशु को भोजन माँ के द्वारा प्राप्त होता है। बच्चा 270 दिनों में - 9 महीने में पूरी तरह से बन जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारी सारी नसें इस जगह से जुड़ी हुई हैं। इसका अपना एक जीवन है। पैच नाभि में इस छेद के पीछे स्थित होता है - जहां लगभग 72,000 नसें होती हैं। उपचार:- 1 अगर आँख सूखी है - सही नहीं लग रहा है - पता ठीक से काम नहीं कर रहा है

अब्दुर्रहमान को जेल भेज दिया गया क्योंकि वो एक विशेस धर्म से संबंध रखता है।

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   तमाम कोशिश के बावजूद अब्दुर्रहमान को जेल भेज  दिया गया क्योंकि वो एक विशेस धर्म से संबंध रखता है।  अब्दुर्रहमान आज़मगढ़ के प्रसिद्ध शिबली नेशनल कॉलेज के छात्रसंघ के निवर्तमान अध्यक्ष हैं। जिस तरीके से मुसलमानो को डराया जा रहा है कि मुस्लिम अपनी आवाज ना उठा सके, शायद वो भूल गए कि जब हम 313 थे तब नही डरे अब तो पुरी दुनिया हमारी है। इन्होंने छात्रों के साथ मिलकर गुस्ताख़ ए रसूल नूपुर शर्मा पर कार्यवाही की मांग करते  मुद्दे पर एक विरोध प्रदर्शन किया और आज़मगढ़ के तमाम इंसाफ पसंद अवाम के एहसासात की तर्जुमानी की। जोशीली तक़रीर भी की जिसमे कुछ एक जुमलों पे एतराज़ हो सकता है, अब इतनी सी बात पर, सत्ता में बैठे हुए भाजपा के लोगों के इशारे पर आज इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, ताकि आगे से कोई कुछ बोले हम हस्ते हुई सुनते रहे वक्त गया। अब ईट का जवाब फूल से नही पत्थर से दिया जायेगा। हिन्दू संघटन का धर्म संसद होता है उसमे एक धर्म विषेस की नरसंहार की बात होती है उनका कुछ नही होता है, अभी हाल में सावधानिक पद पर बैठे 80और 20 की बात करते है उनको ये शोभा देता है। लेकिन Law of the land तभी मज़बूत होगा जब Equality

सांप्रदायिकता और नफरत का जवाब प्रेम और सद्भाव से दिया जाना चाहिए - मौलाना महमूद मदनी

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  प्रेस नोट सांप्रदायिकता और नफरत का जवाब प्रेम और सद्भाव से दिया जाना चाहिए - मौलाना महमूद मदनी देश में जारी सांप्रदायिकता और इस्लामोफोबिया के खिलाफ जमीअत उलेमा-ए-हिंद ने एक हजार सद्भावना संसद आयोजित करने की घोषणा की। नई दिल्ली: 28 मई 2022 जमीअत उलेमा-ए-हिंद की राष्ट्रीय प्रंबंधक कमेटी का अधिवेशन आज सुबह देवबंद के उस्मान नगर (ईद गाह मैदान) में शुरू हुआ, जिसमें जमीअत उलेमा-ए-हिंद के लगभग दो हजार सदस्यों और गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया। जमीअत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष महमूद असद मदनी की अध्यक्षता में हुए बैठक के पहले सत्र में देश में बढ़ती नफरत की रोकथाम, इस्लामोफोबिया की घटनाओं और मुसलमानों और गैर मुस्लिम समुदाय के संयुक्त मंच जमीअत सद्भावना मंच के गठन पर विस्तार से चर्चा हुई और प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। अपने अध्यक्षीय भाषण में मौलाना महमूद मदनी, अध्यक्ष, जमीअत उलेमा ए हिंद, ने सामाजिक समरसता के महत्व को उजागर किया। उन्होंने कहा कि देश के हालात मुश्किल जरूर हैं लेकिन मायूस होने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि मुसलमान आज देश का सबसे कमज़ोर तबका है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि ह

ऐतिहासिक मस्जिद को विवादित बनाने को लेकर देवबंद में मुसलमानों का बड़ा सम्मेलन, ज्ञानवापी सहित….

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  उत्तर प्रदेश कि सहारनपुर जिले में मुस्लिम संगठन जमीयत उलामा-ए-हिन्द की तरफ से बड़ा सम्मेलन शुरु हुआ है इसमें 25 राज्यों से सैकड़ों मुस्लिम संगठनों के जिम्मेदारो को शामिल किया गया है बताया जा रहा है ज्ञानवापी मस्जिद, कुतुब मीनार, इसके अलावा दूसरी इतिहासिक मस्जिदों को लेकर चल रहे विवादों पर यह बैठक हो रही है। मीडिया में चलने वाली खबरों के अनुसार इस सम्मेलन में देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले लोगों को बैठने के लिए करीब 5 बीघा जमीन फूल कवर ऐसी पंडाल तैयार किया गया है मेहमानों के रहने की व्यवस्था होटल के इलावा ईदगाह मैदान में बनाए दे पंडाल में भी की गई है। वही इस सम्मेलन को लेकर पुलिस प्रशासन की तरफ से भी पूरी तैयारी की गई है देश भर से आने वाले डेलिगेशन और उलमा की सुरक्षा को लेकर विशेष इंतेजाम किए गए हैं, वही अन्य जिलो से भी फोर्स मंगवाई गई है जबकि पंडाल और आसपास एलआईयू भी अलर्ट रहेगी एसएसपी आकाश तोमर, का कहना है कि सम्मेलन को लेकर पूरी तैयारियां पुलिस प्रशासन ने कर ली है।

ज्ञानवापी मस्जिद, कुतुब मीनार, मामले के बीच जमीयत उठाने जा रही है बड़ा कदम, देवबंद में देशभर के…

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  देश में लगातार मस्जिदों को लेकर विवाद गहराता चला जा रहा है, जिसको देखते हुए मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तर प्रदेश ने बड़ा फैसला लिया है, उत्तर प्रदेश के देवबंद में 28 और 29 मई को देशभर के मुस्लिम बुद्धिजीवी को बुलाया जा रहा है. जिसमें ज्ञानवापी मस्जिद समेत दूसरे बड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और भविष्य को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। आपको बता दें ये सम्मेलन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्य्क्ष मौलाना महमूद मदनी के अगुवाई में किया जा रहा है पिछले कुछ महीनों से वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा की शाही ईदगाह, ताजमहल और दूसरी ऐतिहासिक इमारतों को लेकर हो रहे कानूनी मुकदमा, और विवादों को लेकर मुस्लिम संगठन लगातार गोलबंदी करते हुए नजर आ रहे हैं । इस सम्मेलन में कई प्रस्ताव भी पास किए जाने की संभावना है। आपको बता दें इससे पहले जमीयत-उलेमा-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने मुस्लिम संगठनों से ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हस्तक्षेप नहीं करने का आग्रह किया था, और उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की थी कि वो ज्ञानवापी मस्जिद जैसे मुद्दे को सड़क पर ना लाएं, और किसी भी तरह के सार्वजनिक प्रदर

ऐसे बादशाह पर आरोप लगते शर्म नही आती, शिकार करते समय बच्चे की मौत पर खुद को कोर्ट में…

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  कुतुब मीनार की बुनियाद रखने वाले जिस बादशाह पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया जा रहा है उस कुतुबुद्दीन ऐबक के बारे में बचपन में एक कहानी पढी थी एक बार वो शिकार खेल रहे थे, तीर चलाया और जब शिकार के नज़दीक गए तो देखा कि एक किशोर उनके तीर से घायल गिरा पड़ा है कुछ ही पल में उस घायल किशोर की मौत हो जाती है, पता करने पर मालूम हुआ कि वह पास के ही एक गाँव में रहने वाली वृद्धा का एकमात्र सहारा था। जो जंगल से लकड़ियाँ चुन कर बेचता और जो मिलता उसी से अपना और अपनी माँ का पेट भरता था कुतुबुद्दीन उसकी माँ के पास गया, बताया कि उसके तीर से गलती से उसके बेटे की मौत हो गयी है माँ रोते-रोते बेहोश हो गयी फिर कुतुबुद्दीन ने खुद को क़ाज़ी के हवाले किया और अपना ज़ुर्म बताते हुए अपने खिलाफ मुकद्दमा चलाने की अर्ज़ी दी।   क़ाज़ी ने मुकदमा शुरू किया मृतक की बूढ़ी माँ को अदालत में बुलाया और कहा कि तुम जो सज़ा कहोगी वही सज़ा इस मुज़रिम को दी जायेगी वृद्धा ने कहा कि ऐसा बादशाह फिर कहाँ मिलेगा जो अपनी ही सल्तनत में अपने खिलाफ ही मुकदमा चलवाए और उस गलती के लिए जो उसने जानबूझ कर नहीं की आज से कुतुबुद्दीन ही मेरा बेटा है

काशी करवट मंदिर के महंत का दावा, 'ज्ञानवापी में शिवलिंग नहीं, फव्वारा है'

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  ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे को लेकर एक तरफ दावे किए जा रहें है, दूसरी तरफ कोर्ट में सुनवाई हो रही है. इस बीच काशी के ही करवट मंदिर के महंत ने भी कुछ दावे कर दिए हैं. और हो सकता है उनके ये दावे ज्ञानवापी मामले के हिंदू पक्ष को पसंद ना आएं. महंत गणेश शंकर उपाध्याय का कहना है कि ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे में जो ‘शिवलिंग’ जैसी आकृति मिली है वो शिवलिंग नहीं है, बल्कि फव्वारा ही है. आजतक से बात करते हुए महंत ने दावा किया है, “देखने में ये आकृति शिवलिंग जैसी प्रतीत हो रही है. लेकिन हम लोगों की जो जानकारी है, उसके मुताबिक वो फव्वारा है. हम लोगों ने बचपन से देखा है. सैकड़ों बार वहां गए हैं. वहां के जो मौलवी होते थे या सेवादार होते थे उनसे हमने इस बारे में उत्सुक्ता से पूछा भी है कि ये क्या है. हमें तो यही कहा गया कि ये फव्वारा है.” महंत गणेश शंकर बताते हैं कि मौलवी ने उन्हें यही बताया कि ये मुगल काल का फव्वारा है. वो कहते हैं कि उनको कोई जानकारी नहीं है कि उस स्थान पर कभी शिवलिंग था. ज्ञानवापी में कथित रूप से मिले शिवलिंग को लेकर सोशल मीडिया पर एक बात और काफी चर्चा में है. कहा जा रहा है कि जानबूझ कर

आज के ही दिन 1987 में मेरठ के करीब हाशिमपुरा - मलियाना में मुसलमानों का नरसंहार हुआ था ।

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  22 मई है ।  आज के ही दिन 1987 में मेरठ के करीब हाशिमपुरा - मलियाना में मुसलमानों का नरसंहार हुआ था । वो रमज़ान का अलविदा जुमा था। हिंदुस्तान की तारीख का यह स्याह दिन आज भी इंसाफ के लिए तारीख को याद कर रहा है। Secularism की अलमबरदार कांग्रेस की राजीव गांधी सरकार ने उस दौर में बाबरी मस्जिद का ताला खोल दिया था । यूपी में वीर बहादुर सिंह मुख्यमंत्री की सरकार थी । इसी कारण सांप्रदायिक दंगा भड़का था । भारी जानी और माली नुकसान हुआ था । PAC ने 42 मुसलमानो को एक ट्रक में लाकर गोली मार उनकी हत्या कर नहर में फेंक दिया, नहर का पानी खून से लाल होगया था इन शहीद मज़लूमो के हक मे दुआ करें, कि अल्लाह उनकी मगफ़ीरत करे और उन ज़ालिमो को गर्क कर दे जिसने इसे अंजाम दिया हो और आज जो ज़ुल्म कर रहे है उन्हे भी |

जुमे की नमाज को लेकर हुआ कुछ ऐसा की बन्द करना पड़ा ज्ञानवापी मस्जिद का दरवाज़ा पुलिस ने…

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  आज शुक्रवार के दिन ज्ञानवापी मस्जिद में जुमे की नमाज पढ़ने वालों की बहुत ज्यादा भीड़ होगई इससे पहले मस्जिद प्रबंधन ने गुरुवार को कम से कम लोगों को परिसर में आने की अपील की थी लेकिन शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर भीड़ अचानक बढ़ गई है वहीं सुरक्षा के लिहाज से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। इससे पहले डीएम कौशल राज शर्मा ने मस्जिद कमेटी और मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ मिलकर बैठक की थी जिसमें शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की थी इसके साथ ही मस्जिद में वजू के पानी के दो ड्रम भरकर रखने की इजाजत दी गई है ताकि वजू में कोई दिक्कत न हो । डीएम की तरफ से कहा गया है कि कोई भी सील किए गए परिसर में जाने की कोशिश न करे नमाज के दौरान किसी भी तरह की भड़काऊ बयानबाजी न हो। आज शुक्रवार को ज्ञानवापी मस्जिद में जुमा की नमाज पढ़ने को लेकर लोगों का तांता लग गया था भीड़ इतनी बढ़ गई थी पुलिस की तरफ से लोगों को रोकना पड़ा की आसपास की दोसरी मस्जिद में नमाज़ पढने के लिये कहा गया मस्जिद में भीड़ जमा हो जाने से दरवाजा बंद करना पड़ गया। मौलाना ने कहा कि अगर लोगों को न रोकते तो कम से कम 50 हजार नमाजी आ जात

जवाब दीजिए, सवाल थोड़ा कड़वा है, एक हिन्दू राजा का नाम बता दें जिसने मस्जिद…

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  भारत में तमाम मुसलमान बादशाह हुए तो हिन्दू राजा भी हुए हैं। औरंगज़ेब की दी हुई सरकारी ज़मीन पर चित्रकूट का बालाजी मंदिर,उज्जैन के महाकाल मंदिर से लेकर इलाहाबाद का बेनी माधव मंदिर , मथुरा का कृष्ण मंदिर, आसाम का कामाख्या मंदिर बना और इतिहासकार प्रोफेसर वी एन पांडे के पुस्तक में दिए दस्तावेज बताते हैं कि इन मंदिरों को बनाने में औरंगज़ेब ने सरकारी मदद की‌, पूजा पाठ और भोग लगाने के लिए लगानमुक्त ज़मीनें‌ दीं। टीपू सुल्तान के किले “श्रीरंगपट्टनम” में “रंगनाथ मन्दिर” था और आज भी है, रंगनाथ मन्दिर को टीपू ने सात चांदी के कप और एक रजत कपूर-ज्वालिक पेश किया जो आज भी उस मंदिर में है, इसके अतिरिक्त टीपू सुल्तान ने 156 हिंदू मन्दिरों को तमाम तोहफ़े पेश किए। मेलकोट के मन्दिर में सोने और चांदी के बर्तन है, जिनके शिलालेख बताते हैं कि ये टीपू ने भेंट किए थे। टीपू सुल्तान ने कलाले के लक्ष्मीकान्त मन्दिर को चार रजत कप भेंटस्वरूप दिए थे। 1782 और 1799 के बीच, टीपू सुल्तान ने अपनी जागीर के मन्दिरों को 34 दान के सनद जारी किए। इनमें से कई को चांदी और सोने की थाली के तोहफे पेश किए। ननजनगुड के श्रीकान्तेश्वर

ज्ञानवापी मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, नमाज़ पढ़ने को लेकर दिया ये आदेश…

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  सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी मामले पर सुनवाई करते हुए मंगलवार को आदेश दिया है कि मस्जिद परिसर में जिस जगह ‘शिवलिंग’ मिलने की बात कही जा रही है, उस जगह को संरक्षित रखा जाए इसके साथ ही अदालत ने कहा कि मुस्लिम पक्ष के वहाँ नमाज़ पढ़ने पर कोई रोक नहीं होगी अदालत ने इस मामले पर सुनवाई की अगली तारीख गुरुवार तय की है। हालांकि निचली अदालत में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रही कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने कोई रोक नहीं लगाई है मुस्लिम पक्ष की ओर से ये मांग की गई थी कि ज्ञानवापी मस्जिद में यथास्थिति बरकरार रखी जाए। याचिकाकर्ता की तरफ़ से सीनियर एडवोकेट हुज़ेफ़ा अहमदी सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रख रहे हैं । सुप्रीम कोर्ट ने पूछा की शिवलिंग कहाँ पर मिला उसकी सही जगह क्या थी इसपर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि उन्होंने कमीशन की रिपोर्ट नही देखी है जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निचली अदालत ने भी कमीशन की रिपोर्ट नहीं देखी थी। सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर 19 मई तक जवाब माँग कोर्ट अब 19 मई को करेगा इस मामले पर सुनवाई!

ज्ञानवापी पर इस वकील को डीएम ने दे दी नसीहत, गलत जानकारी न फैलाएं और कोर्ट…

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 उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की अदालत ने सोमवार को जिला प्रशासन को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के उस हिस्से को सील करने का हुक्म दिया है, जहां हिन्दू पक्ष की तरफ से एक शिवलिंग मिलने का दावा किया गया है जबकि मुस्लिम पक्ष ने उस कथित शिवलिंग को कुएं के बीच हरे पत्थर से बना एक पानी का फौवारा बताया है।        हालांकि इन खबरों के बीच तरह-तरह की खबरों और अफवाहों का बाजार भी गर्म हो गया है इस बीच एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए वकील प्रशांत उमराव ने कहा कि ’कोर्ट के आदेश के बावजूद डीएम वाराणसी ने वजू वाले तालाब में दोबारा पानी भरवा दिया है और नमाजियों के वजू का गंदा पानी विश्वेश्वर शिवलिंग पर जा रहा है यह सहन करने लायक नहीं है।   उसके बाद वकील प्रशांत उमराव के ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने ट्वीट करते हुए जवाब किया ’’कृपया गलत जानकारी ना फैलाएं और न्यायालय का काम अपने आप मत करने लगिए। न्यायालय है देश में व्यवस्थाएं तय करने के लिए न्यायालय ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया तालाब का पानी कभी भी पूरा नहीं निकाला गया उसका सिर्फ लेवल कम किया गया था।

मुस्लिम पक्ष के वकील ने शिवलिंग को लेकर जो बात बताई वही सच्चाई भी है, क्योंकि अक्सर…

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 ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में तीन दिन तक सर्वे चलने के बाद हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया है कि मस्जिद के अंदर एक तालाब में शिवलिंग मिला है। जिसपर कोर्ट ने उस तालाब को सील करने का आदेश दे दिया है। अब अंजुमन इंतेजामियया मस्जिद कमिटी के वकील ने कहा है कि ‘शिवलिंग’ पाए जाने का दावा करने वाले पक्षकार केवल गुमराह कर रहे हैं। ऐसा कुछ नही मिला है ।      वकील रईस अहमद अंसारी ने कहा, ‘ज्ञानवापी मसंजिद के वजूखाना में केवल एक फव्वारा है। जिस संरचना को शिवलिंग बताया जा रहा है ये सभी दावे झूठे हैं जानकारी के मुताबिक मस्जिद के ऊपरी हिस्से में नमाज पढ़ी जाती है। वहीं वजू करने की जगह है। इसी तालाब में शिवलिंग मिलने की बात कही गई है। कोर्ट ने इस इलाके को सील करने का और कड़ा पहरा लगाने का आदेश दिया है। इसके अलावा वहां किसी के भी आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। रईस ने कहा, ‘कोर्ट ने जल्दबाजी में आदेश दे दिया। हम इस आदेश से संतुष्ट नहीं हैं और इसे चुनौती देंगे।’ इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मस्जिद कमिटी ने आपील की है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच मंगलवार क

ताजमहल के 22 कमरों में क्या है? पुरातत्व विभाग की इन तस्वीरों ने सब साफ कर दिया!

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  ताजमहल ( Taj Mahal ) के तहखाने में बंद 22 कमरों में क्या है? इस विवाद को खत्म करने के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया यानी ASI ने इन कमरों की तस्वीरें जारी कर दी हैं. ये तस्वीरें ASI की वेबसाइट पर जारी की गई हैं.           आगरा ASI के चीफ आरके पटेल से इंडिया टुडे ने बात की. आरके पटेल ने बताया कि ये तस्वीरें ASI न्यूज़ की वेबसाइट पर जनवरी 2022 के न्यूज़लेटर में जारी कर दी गई हैं. इन्हें वेबसाइट पर जाकर कोई भी देख सकता है. न्यूज़ लेटर में ASI ने बताया है कि इन कमरों में खराब हो रहे चूने और प्लास्टर की मरम्मत की गई है और कुछ रिनोवेशन किया गया है. ASI ने ये भी बताया कि इस काम में करीब 6 लाख रुपये खर्च हुए हैं. हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक नाम ना बताने की शर्त पर ASI से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, स्मारकों का संरक्षण ASI का काम है. हमें स्मारकों के रखरखाव का ध्यान रखना होगा और इस तरह के जरूरी इमारतों की देखरेख करनी होगी, भले ही वे बंद हों या लोगों के लिए खुले हों. आपको बता दें कि हाल में इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. इस याचिका में ताजमहल के बंद कमरों को खोलने की मा

शिवलिंग मिलने के दावे पर जगह को सील करने का आदेश, डीएम ने पल्ला झाड़ा, वही मुसलमानो ने….

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  वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद कोर्ट ने उस जगह को सील करने का आदेश जारी किया है वाराणसी कोर्ट ने जिलाधिकारी को आदेश देते हुए कहा कि जिस स्थान पर शिवलिंग प्राप्त हुआ है, उस स्थान को तत्काल प्रभाव से सील कर दें और किसी भी व्यक्ति को वहां जाने न दें इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सीआरपीएफ को दी गई है। जहां एक तरफ हिंदू पक्ष शिवलिंग का दावा कर खुशी से फुले नहीं समा रहे हैं वही मुस्लिम पक्ष दावे को सिरे से नकार रहे हैं मुस्लिम पक्ष का दावा है कि अंदर ऐसा कुछ नहीं मिला जिसका दावा हिंदू पक्ष कर रहे हैं वहीं दावे प्रति दावे के बीच कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने अदालती गाइडलाइंस का हवाला देते हुए शिवलिंग मामले पर चुप्पी साध ली।   चौकाने वाली बात ये की काशी के डीएम कौशल राज शर्मा ने ऐसे दावे को निजी बताकर पल्ला झाड़ लिया इसके बाद ज्ञानवापी में शिवलिंग मिलने का मामला कोर्ट में भी पहुंच गया हिंदू पक्ष के दावे के बाद सिविल कोर्ट ने आर्डर पास किया कोर्ट ने अपने आदेश में शिवलिंग के आसपास जाने पर रोक लगा दी यानी यहां कोई आ-जा नहीं सकता है इसके बाद डीएम ने यहां वजू पर

ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे का हो सकता है आज आखरी दिन, आज मस्जिद के ऊपरी हिस्सा के अलावा….

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  कल ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने के पांचों कमरे का सर्वे पूरा हो गया है था आज फिर सर्वे टीम द्वरा वीडियोग्राफी होगी कल हुए सर्वे दौरान मीडिया के अनुसार हिंदू पक्ष ने चौकाने वाला दावा किया था कि सारे साक्ष्य हमारे पक्ष में हैं। जबकि बीबीसी के अनुसार डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि सर्वे गोपनीय कार्यवाही है और कोर्ट की निगरानी में हो रही है।   उन्हीने कहा यह जानकारी नहीं दी जा सकती है कि कौन कौन से स्थानों का सर्वे हुआ और क्या क्या मिला वही उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य रविवार को दूसरे दिन भी जारी है। सुबह 8 बजे से मस्जिद में सर्वे का काम शुरू हो गया है। दूसरे दिन ज्ञानवापी मस्जिद के ऊपरी हिस्से और पश्चिमी छोर पर सर्वे किया जाएगा। मिली जानकारी रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि आज सर्वे काम खत्‍म हो सकता है। शनिवार को सर्वे का काम सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक ही किया गया इसमें सभी पक्षकार और उनके अधिवक्ता और सहायक मौजूद रहे सरकार की तरफ से पक्षकार राज्य सरकार, जिलाधिकारी वाराणसी, पुलिस आयुक्त, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी मौजूद रह

जानिये कौन हैं विधायक शाह आलम, जिन पर दर्ज हुआ है रेप के प्रयास का मुकदमा, मायावती के हैं करीबी

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यह है पूरा मामला : बसपा विधायक शाहआलम उर्फ गुड्डू जमाली की पूर्वांचल प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी है। जिसका मुख्यालय गोमतीनगर लखनऊ में स्थित है। पीड़िता के मुताबिक वह 2019 में कंपनी में सेल्स एंव मार्केटिंग मैनेजर पद के लिए इन्टरव्यू के लिए गयी थी। खुद शाह आलम ने उसका इंटरव्यू लिया। इसके तीन चार दिन बाद ही शाह आलम उसके वाट्सएप पर कॉल करने लगा और पर्सनल सेक्रेटरी का पद ऑफर किया। जब उसने मना कर दिया तो मई 2019 में पूर्वांचल किग्स कोर्ट ऑफिस में डिप्टी मैनेजर पद पर ज्वाइनिंग दी गयी। इसके बाद शाह आलम उसे कॉल कर पर्सनल बातें करने लगा। उसने कहा कि मैं अपनी वर्क रिपोर्ट उसे ही दूं ना कि एजीएम अक्षित कपूर को। इसी बीच एक दिन शाह आलम सेल्स ऑफिस पहुंच गया और सभी स्टॉफ की रिपोर्ट लेने लगा। फिर वह चला गया। उसी दिन उसका कॉल आया कि बहुत जरूरी बात करनी है बंगले पर आ जाओ। जब वह बंगले पर गयी तो वहां काम करने वाले मुन्ना ने उसे उपर पहुंचा दिया। कुछ देर बार शाह आलम वहां पहुंचा और उसके साथ अश्लील हरकत करने लगा और रेप का प्रयास किया । जब उसने उसे धक्का दे दिया और पुलिस से शिकायत की बात कही तो शाह

ज्ञानवापी पर बोले असदुद्दीन ओवैसी, हम दूसरी मस्जिद नहीं खोने देंगे

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मुख्य बातें ज्ञानवापी के मुद्दे पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने साधी चुप्पी- ओवैसी हम किसी भी कीमत पर अब दूसरी मस्जिदों को नहीं खोने देंगे  बाबरी मस्जिद पहले ही खो चुके हैं।  अदालत के आदेश पर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे का काम शुरू हो चुका है। सर्वे के पहले दिन दो बड़े बयान आए। हिंदू पक्ष के वकील का कहना है कि कल्पना से ज्यादा है, यानी कि सर्वे में जो कुछ मिला है वो सोच से अधिक है तो दूसरी तरफ एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम दूसरी मस्जिद नहीं खोने देंगे। हम बाबरी मस्जिद पहले ही खो चुके हैं। सभी पार्टियां मुस्लिमों को डराने में लगी हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों चुप हैं। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह से नफरत का माहौल बनाया गया है उसकी वजह से आने वाले समय में सौहार्द को गंभीर खतरा पैदा होने वाला है। वोट बैंक की राजनीति के लिए एक वर्ग मुस्लिम समाज को डरा रहा है तो दूसरे धड़े जो अल्पसंख्यकों के दम पर सरकार में आने का सपना देखते हैं उनकी चुप्पी हैरान करने वाली है।    यथास्थिति रहे बरकरार-कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कांग्रेस के चिंतन शिविर से इत

तहखाने में जाने से पहले वजू किया गया, अबतक सर्वे में हिन्दू धर्म का…

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  ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की सर्वे के लिए टीम सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर मस्जिद परिसर में पहुंची इस टीम के साथ कैमरे भी साथ थे सर्वे की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी हो रही है इस टीम में 52 लोग हैं वाराणसी के डीएम और पुलिस कमिश्नर भी साथ मौजूद हैं तहखाना जंजीरों और तालों से जड़ा हुआ था। तो ऐसे में साफ नहीं हो पाया है कि इसके ताले को तोड़ा गया या फिर चाबियों से खोला गया है आपको बता दें तहखाने में घुसने पहले वजू किया गया फिर जूते चप्पल उताकर टीम तहखाने में घुसी टीम टॉर्च और हैलोजन लाइट से सर्वे कर रही है इस टीम को निर्देश मिले हैं कि धार्मिक किताबों को हाथ नहीं लगाया जाएगा । तहखाने में कुल 5 कमरे मिले जिसमें एक पर दरवाजा नहीं था अभी तक टीम ने दो कमरों का सर्वे कर लिया है और तीसरे कमरे के सर्वे का काम चल रहा है अभी तक टीम को हिंदू धर्म से जुड़े कोई ठोस सबूत या प्रमाण नहीं मिले हैं।

ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे शुरू, मौके पर पहुंचे कोर्ट कमिश्नर, दुकान और मोबाइल को भी….

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ज्ञानवापी प्रकरण में शृंगार गौरी सहित अन्य विग्रहों की वस्तुस्थिति जानने के लिए शनिवार को फिर सर्वे शुरू होगा। यह सर्वे पांच दिन बाद दोबारा चालू होगा। इस बार कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र के साथ विशेष कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह और सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह भी रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक कमीशन की कार्यवाही मस्जिद के पश्चिमी हिस्से से शुरू होगी। वाराणसी के ज्ञानवापी में फिर सर्वे होने वाला है गडोलिया से मंदिर के 4 नम्बर तक जाने वाले रास्ते की सारी दुकानें पुलिस ने बंद करवा दी है पुलिस ने दुकानदारों से 1 बजे तक दुकान बंद रखने के लिए कहा है सर्वे में पहुंची टीम का मोबाइल जमा करा लिया गया है।   सर्वे के दौरान पीछे की दीवार की स्थापत्य शैली, कलाकृतियां आदि देखी जाएंगी। यह कार्यवाही रोज सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगी। तीनों कोर्ट कमिश्नर ने सभी सम्बंधित पक्षों को नोटिस जारी कर कमीशन की कार्यवाही से अवगत करा दिया है। रविवार को नमाजस्थल और सोमवार को तहखाने का ताला खोलकर कमीशन की कार्यवाही होगी।  

अकबरुद्दीन ओवैसी ने इशारों में राज ठाकरे पर साधा निशाना, तुम्हारी औक़ात नही की तुम्ह….

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 हैदराबाद से विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने लाउडस्पीकर विवाद को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे पर जुबानी हमला बोला है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ने राज ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि मैं यहां किसी को जवाब देने नहीं आया हूं। मस्जिदों पर लाउडस्पीकर बजाने को लेकर महाराष्ट्र की सरकार को अल्टीमेटम दिया था। अकबरुद्दीन ओवौसी ने कहा हम किसी से नहीं डरते। हम उनलोगों की बातों का जवाब क्यों दें जो जवाब देने लायक नहीं हैं उन्होंने राज ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि तुम्हारी औक़ात नहीं कि मैं जवाब दूं। ओवैसी ने कहा कि मेरा तो एक सांसद है लेकिन तुम तो बेघर हो, लापता हो। तुम्हे घर से बेदखल किया गया है।आगे उन्होंने कहा कि मैं एक दिन जवाब देने जरूर आऊंगा। अकबरुद्दीन ओवैसी लड़ेगा लेकिन जगह और समय मैं तय करूंगा। ओवैसी ने कहा कि देश में इन दिनों नफरत की बातें की जा रही है। लेकिन हम इसका जवाब नफरत से नहीं बल्कि मोहब्बत से देंगे।

बनारस ज्ञानवापी मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने अवाम के लिए एक लेटर जारी किया है

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 बनारस ज्ञानवापी मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने अवाम के लिए एक लेटर जारी किया है। दिनांक 13/05/2022 संदर्भ। महत्वपूर्ण अपील श्रीमान! जैसा कि आप अच्छी तरह से जानते हैं कि बनारस की स्थानीय अदालत ने रॉयल जामा मस्जिद ज्ञान वापी के संबंध में अपना फैसला सुनाया है, जिसके अनुसार मस्जिद का सर्वेक्षण एडवोकेट कमिश्नर द्वारा किया जाना निश्चित है।ऐसा कहा जाता है कि अंजुमन के अधिकारी- ई-अदमाज़-ए-मस्जिद मामले को बहुत करीब से देख रहे हैं और देश के प्रसिद्ध वकीलों के साथ-साथ प्रसिद्ध उलेमा-ए-ग्राम के साथ परामर्श और संपर्क में लगे हुए हैं। ईसलिए मुस्लिम  सभी भाइयों से अनुरोध है कि वे ईश्वर की उपस्थिति में बार-बार मिन्नतें करें।धैर्य से काम लें, शांति और व्यवस्था बनाए रखें, उत्साही रहें और राष्ट्र के पक्ष में किसी भी आंदोलन से दूर रहें। हानिकारक। के सौजन्य से: बनारस मस्जिद प्रबंधन संघ के सदस्य

मुंबई के LIC ऑफिस में लगी आग, कई अहम कागजात जल कर खाक, दमकल की 8 गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद

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  मुंबई (Mumbai in Maharashtra) के विलेपार्ले और सांताक्रूज पश्चिम में मौजूद एलआईसी ऑफिस (LIC Office) में आज सुबह भीषण आग लग (Fire breaks out) गई. दमकल की आठ गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद हैं.    मुंबई के विले पार्ले इलाके में स्थित LIC ऑफिस में भीषण आग लग गई. बताया जा रहा है कि दूसरी मंजिल पर आग लगी है. ये हादसा सुबह सात बजे हुआ. आग लगते ही मौके पर हड़कंप मच गया. लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी. जानकारी पर दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई. हालांकि अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चल सका है.   घबराइए नहीं सिर्फ डॉक्यूमेंट जले होंगे, वैसे भी एलआईसी पर पेमेंट का बहुत भारी लोड था, बेंचना तो था ही, इसलिए कुछ तो उचित बहाना चाहिए। पेमेंट की भी चिंता मत करें, सबसे पहले एलआईसी का 'सहारा' किया जाएगा, फिर श्री लँका.... ताकि आपके दिमाग पर ज्यादा लोड न आये। राष्ट्र हित में आपने नोटबन्दी सही, जीएसटी सही, बैंकों को बर्बाद होते देखा, अब एक एलआईसी के लिए क्या रोना। दिल दबा कर रखिये, अभी बहुत कुछ धुंआ सहना और बिकना बाकी है, वैसे भी 2014 में आपने स्वाहा नाम के एक संगठन को कुछ

मुनव्वर फारुकी ने पहली बार शेयर की रियल लाइफ गर्लफ्रेंड संग फोटो!

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 मुनव्वर ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर इस फोटो को शेयर करते हुए दिलजीत दोसांझ का गाना भी एड किया है और कैप्शन में उन्होंने लिखा- बब्बी बब्बी तेरा नी मैं। कंगना रनौत होस्टेड शो ‘लॉकअप’ का पहला सीजन जीत चुके मुनव्वर फारुकी की लेटेस्ट पोस्ट देखकर फैंस की आंखें फटी की फटी रह गईं। मुनव्वर फारुकी रियलिटी शो में कभी अंजली तो कभी सायशा से प्यार का इजहार करते नजर आए थे लेकिन अब शो से बाहर आने के बाद उन्होंने किसी और ही लड़की के साथ अपनी रोमांटिक फोटो शेयर कर दी है। इस तस्वीर को देखकर फैंस काफी कनफ्यूज हैं। मिस्ट्री गर्ल के साथ शेयर की फोटो मुनव्वर फारुकी को ‘लॉकअप’ के मास्टर माइंड का टैग दिया गया था क्योंकि वह शो जीतने के लिए कई अलग-अलग पैंतरे चला करते थे। अब मुनव्वर द्वारा इस लड़की के साथ शेयर की गई फोटो ने सभी को हैरान कर दिया है। हालांकि ये लड़की कौन है ये कहना मुश्किल है क्योंकि एक हर्ट इमोजी से मुनव्वर ने उसके चेहरे को छिपा दिया है। अंजलि को धोखा दे रहे थे मुनव्वर? मुनव्वर ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर इस फोटो को शेयर करते हुए दिलजीत दोसांझ का गाना भी एड किया है और कैप्शन में उन्होंने लिखा- बब्बी बब

Lock Upp के विनर बनने के बाद डोंगरी पहुंचे Munawar Faruqui, फैंस ने किया ग्रैंड वेलकम, Video

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 मुनव्वर फारूकी, लॉक अप के पहले विनर हैं. जेल पर आधारित इस शो का फिनाले शनिवार, 7 मई को हुआ था. मुनव्वर ने अपने फैंस से वादा किया था कि 'ट्रॉफी तो डोंगरी ही आएंगी'. और वैसा ही हुआ भी. शो को जीतने के बाद ट्रॉफी लेकर मुनव्वर फारूकी डोंगरी पहुंचे तो उनके चाहनेवालों की खुशी देखने लायक थी. शेर रियलिटी शो लॉक अप को जीतने के बाद कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी अपने घर डोंगरी में पहुंच गए हैं. डोंगरी में मुनव्वर का स्वागत धूमधाम से हुआ. अपनी ट्रॉफी को लेकर मुनव्वर फारूकी डोंगरी पहुंचे तो उनकी गाड़ी के साथ फैंस का काफिला चल निकला. सभी ने कॉमेडियन के लिए चीयर तो किया ही, साथ ही उनकी ट्रॉफी देख खुश भी जताई.  मुनव्वर को ग्रैंड वेलकम मुनव्वर फारूकी, लॉक अप के पहले विनर हैं. जेल पर आधारित इस शो का फिनाले शनिवार, 7 मई को हुआ था. मुनव्वर ने अपने फैंस से वादा किया था कि 'ट्रॉफी तो डोंगरी ही आएंगी'. और वैसा ही हुआ भी. शो को जीतने के बाद ट्रॉफी लेकर मुनव्वर फारूकी डोंगरी पहुंचे तो उनके चाहनेवालों की खुशी देखने लायक थी. कॉमेडियन के ढेरों वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं.